Friday, January 7, 2011

डू योर सेल्फ ब्रांडिंग

                             
नए साल के साथ-साथ उत्साह भी नया है, लेकिन जो कल का वक्त था वह आज नहीं है और जो आज का है वह कल नहीं रहेगा। वक्त का पहिया हमेशा अपनी रफ्तार से दौड़ता रहता है और जो वक्त की रफ्तार से कदम मिला कर चलता है, वही सिकंदर कहलाता है...

आज के प्रोफेशनल वर्ल्ड में हर यूथ की चाहत होती है कि सामने वाला उसे जाने। उसकी भी कोई मार्केट वैल्यू हो या कोई आइडेंटिटी हो। लेकिन इन चाहतों के बीच वे शायद एक महत्वपूर्ण फैक्ट नजरअंदाज कर जाते हैं कि अगर उन्हें खुद की कोई वैल्यू या आइडेंटिटी चाहिए, तो उसके लिए जरूरी है ‘सेल्फ ब्रांडिंग’। हां, अगर कॅरियर ग्राफ को एक नई ऊंचाई देनी है, तो फिर सेल्फ ब्रांडिंग से दूसरा और बेहतर विकल्प हो ही नहीं सकता। इक्कीसवीं सदी का एक दशक बीत चुका है और हम अब एक डिजिटल वर्ल्ड में प्रवेश कर चुके हैं। इस दुनिया में खुद को प्रेजेंट करना बेहद आसान होने के साथ ही और भी महत्वपूर्ण हो गया है। खासतौर पर उन यूथ के लिए  जो अपने भविष्य को लेकर काफी कांशस हैं।
क्या है सेल्फ ब्रांडिंग
हम और आप यह भलीभांति जानते हैं कि हर किसी में कुछ न कुछ बातें खास होती हैं, जो उन्हें अन्य से अलग करती हैं। बस जरूरत होती है, तो उन्हें परखने व तराशने की। वैसे जो इन खासियतों को समझने लगते हैं, वे इंटरव्यूअर को इंप्रेस करने में ज्यादा सफल होते हैं। बानगी के तौर पर जब भी आप इंटरव्यूअर या एम्प्लॉयर्स के सामने होते हैं, तो आपके पास फर्स्ट इंप्रेशन के लिए सिर्फ एक से डेढ़ मिनट का ही समय होता है। आज यह सब आप डिजिटल वर्ल्ड के जरिए भी आसानी से कर सकते हैं।
कॅरियर लिहाज से कैसा
वर्तमान संदर्भ में कहा जाए कि इंटरनेट के जरिए आज लगभग चीजें संभव है, तो शायद ऐसा कहना कतई गलत न होगा। आज इंटरनेट की दुनिया में नेटवर्किंग साइट खासतौर पर प्रोफेशनल नेटवर्किंग साइट्स जैसे- लिंक्डइन, सिलिकॉनइंडिया, फेसबुक आदि के जरिए यूथ आसानी से अपनी ‘सेल्फ ब्रांडिंग’ कर सकते हैं। लेकिन हां, एक चीज का विशेष ध्यान रहे किआप अपने डिजिटल रिलेशंस किसी सही राह पर ले जाएं। इसके इतर यह भी ख्याल रहे कि आप जिस नेटवर्किंग साइट विशेष से ताल्लुकात रख रहे हैं, वह आपके कॅरियर ग्राफ को हाइट देने के लिहाज से सही है या नहीं।
प्रोफाइल हो सटीक
प्रोफेशनल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए आप कई प्रोफेशनल लोगों से जुड़ते हैं, इनमें कई तो एम्प्लॉयर भी होते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि इन नेटवर्किंग साइट्स पर आप अपने प्रोफाइल में सटीक संदेश प्रेषित करें। ऐसा करने से एम्प्लॉयर को आपसे संबंधित चीजें समझने में आसानी होगी। आजकल वैसे भी नेटवर्किंग साइट्स से जुड़े लोगों की प्रोफाइल समीक्षा कर एम्प्लॉयर द्वारा नियुक्ति का चलन हो गया है। होता यूं है कि साइट्स के जरिए विचार का आदान-प्रदान करते वक्त मिलने वाली रोजक जानकारी से भी सामने वाला व्यक्ति प्रभावित होता है। फ्रेशर्स जो रोजगार की तलाश में हैं, उनके लिए सुझाव के तौर पर यह है कि वे अपनी प्रोफाइल में ऐसा कुछ न लिखें, जिससे एम्प्लॉयर्स पर उल्टा असर पड़े। साथ ही अपने नेटवर्क में ऐसे लोगों को जोड़ें, जो वास्तव में आपका व्यक्तित्व दर्शाता हो।

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